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जब आपके सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद चीजें आपकी इच्छा के अनुरूप नहीं होती हैं, तब क्या आप तनावग्रस्त और चिंतित महसूस करते हैं? या अपने कुछ लक्ष्यों को प्राप्त कर लेते हैं, फिर भी खुशी लंबे समय तक नहीं टिकती तो क्या आप हारा हुआ महसूस करते हैं और सोचने में विफल हो जाते हैं? अधिकांश लोगों के लिए खुशी हासिल करना जीवन भर की एक चुनौती बनी रहती है, क्योंकि वे गलत जगह पर खुशी की तलाश करते हैं।
क्या आप जानना चाहते हैं कि वास्तव में खुशी कैसे मिलती है? वास्तव में खुशी की शुरुआत आप से ही होती है— जब आप खुश होने का फैसला करते हैं। मनोविज्ञान, तंत्रिका विज्ञान और खुशी की कला सीखें, प्रभावशाली आदतों के स्वामी बनें और बिना शर्त खुशी की स्थिति को आमंत्रित करें।
इस पुस्तक ‘हैप्पीनेस : क्यों और कैसे?’ में एक सिद्धांत है, जो खुश रहने के कई व्यावहारिक तरीके भी बताती है। इसके साथ ही यह भी बताता है कि अपने व्य€तगत जीवन, कामकाजी जीवन और संबंधों में खुशी को किस प्रकार दैनिक आदतों से आमंत्रित किया जाए।
जीवन की सच्ची खुशी पाने के व्यावहारिक मंत्र बतानेवाली पठनीय पुस्तक, जिसे पढ़कर पाठक अपने जीवन को सार्थकता दे पाएँगे।
Do you feel stressed and anxious when things don't go the way you want despite your best efforts? Or you achieve some of your goals, yet happiness doesn't last long. Do you feel defeated and fail to think? Achieving happiness remains a lifelong challenge for most people because they look for it in the wrong places.
Do you want to know how to truly find happiness? Happiness really starts with you—when you decide to be happy. Learn psychology, neuroscience and the art of happiness, become a master of effective habits and invite a state of unconditional happiness.
In this book 'Happiness: Why and How?' There is a theory, which also explains many practical ways to be happy. It also explains how to invite happiness into your personal life, work life and relationships through daily habits.
A readable book that tells practical mantras to attain true happiness in life, after reading which the readers will be able to give meaning to their life.